Indore Dil Se
News & Infotainment Web Channel
Browsing Tag

Jyotish

सप्ताह के सात दिनों की प्रकृति और उनका स्वभाव

वैदिक ज्योतिष में सप्‍ताह के सात दिनों के अनुसार प्रकृति और स्‍वभाव के बारे में बताया गया है। सप्‍ताह के इन सात दिनों पर ग्रहों का अपना असर होता है। यदि मनुष्‍य इन सात दिनों की प्रकृति और स्‍वभाव के अनुसार कार्य करे तो उसके भाग्‍य में…
Read More...

दिसंबर 2016

इस मास सूर्य 15 दिसम्बर को आय भाव में प्रवेश करेगे। मंगल 11 दिसम्बर को प्रथम भाव में संचरण करेंगे। बुध आय भाव में संचरण करेगा। वृहस्पति अष्टम भाव में संचरण करेंगे तथा शुक्र 02 दिसम्बर से व्यय भाव तथा 28 दिसम्बर से प्रथम भाव में संचरण…
Read More...

भक्ति और शक्ति का बेजोड़ संगम हैं पवन पुत्र

जीवन में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं। कभी कोई विरोधी परेशान करता है तो कभी घर के किसी सदस्य को बीमार घेर लेती है। इनके अलावा भी जीवन में परेशानियों का आना-जाना लगा ही रहता है। ऐसे में हनुमानजी की आराधना करना ही सबसे श्रेष्ठ है। हनुमानजी को…
Read More...

हनुमान जी से सीखिये सफलता पाने के सूत्र

वर्तमान में हर मनुष्य को अपने जीवन काल में सफलता प्राप्त करने के लिए संघर्ष करना होता हैं क्योंकि बिना संघर्ष के सफलता नहीं पाई जा सकती है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण स्वयं हनुमान है। जैसे - रामभक्त हनुमान ने भी लंका जाने के लिए और वहां माता…
Read More...

वास्तु में सूर्य का महत्त्व

सूर्य, वास्तु शास्त्र को प्रभावित करता है इसलिए जरूरी है कि सूर्य के अनुसार ही हम भवन निर्माण करें तथा अपनी दिनचर्या भी सूर्य के अनुसार ही निर्धारित करें।किसी भी मकान में रहने वाले प्राणी के लिए सूर्य का ताप व वायु दोनों महत्वपूर्ण हैं। जिस…
Read More...

आपका हस्ताक्षर बना सकता हैं आपका भाग्य

हस्ताक्षर (दस्तखत /सिग्नेचर) किसी भी व्यक्ति के व्यक्तित्व का संपूर्ण आइना होता है अत: व्यक्ति के हस्ताक्षर में उसके व्यक्तित्व की सभी बातें पूर्ण रूप से दिखाई देती है। इस प्रकार हस्ताक्षर एक दर्पण है जिसमें व्यक्तित्व की परछाई स्पष्ट रूप…
Read More...

ह्रदय रोग के ज्योतिष कारण एवं उनका निवारण

सभी जानते हैं कि कुण्डली का छठा भाव रोग का होता है तथा छठे भाव का कारक ग्रह मंगल होता है। द्वितीय (मारकेश), तृतीय भाव, सप्तम भाव एवं अष्टम भाव(मृत्यु) का है। हृदय स्थान की राशि कर्क है और उसका स्वामी ग्रह चन्द्रमा जलीय है। हृदय का…
Read More...

22 नवम्बर 2014 को शनि अमावस्या (शनिचरी अमावस्या )

सभी जानते हैं की मार्गशीर्ष अमावस्या का एक अन्य नाम अगहन अमावस्या भी है. इस अमावस्या का महत्व कार्तिक अमावस्या से कम नहीं है. जिस प्रकार कार्तिक मास की अमावस्या को लक्ष्मी पूजन कर दिपावली बनाई जाती है. इस दिन भी श्री लक्ष्मी का पूजन करना…
Read More...

कालभैरव अष्टमी 14 नवम्बर 2014 (शुक्रवार) को

शिव अवतार कहे जाने वाले कालभैरव का अवतार मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को हुआ। इस संबंध में शिवपुराण की शतरुद्रासंहिता में बताया गया है शिवजी ने कालभैरव के रूप में अवतार लिया और यह स्वरूप भी भक्तों को मनोवांछित फल देने वाला…
Read More...

शनि वृश्चिक राशि में

वर्तमान में शनि वृश्चिक राशि में चल रहा हैं और रहेगा। इस कारण शनि की साढ़ेसाती और शनि की ढय्या की स्थितियां बदल गई हैं। शनि एक राशि में करीब ढाई साल रहता है। आइये जाने की किस राशि पर क्या होगा प्रभाव..? कन्या राशि- इस राशि को अब शनि से…
Read More...

Contact to Listing Owner

Captcha Code