बड़े ब्रेस्ट से गंभीर समस्या हो सकती है
महिलाओं की खूबसूरती और सेक्सी फिगर की बात आती है तो बड़े ब्रेस्ट वाला फिगर हॉलीवुड से लेकर बॉलीवुड तक की हिरोइनों के बीच अधिक पसंद किया जाता है। अमूमन महिलाएं भी मॉडल्स और हिरोइनों की तर्ज पर बड़े ब्रेस्ट की चाह रखती हैं। लेकिन बड़े ब्रेस्ट की चाह की कीमत उन्हें की बार सेहत से जुड़ी कई गंभीर समस्याओं के रूप में निभानी पड़ सकती है। महिलाओं के शरीर में बहुत अधिक बड़े ब्रेस्ट एक विशेष प्रकार की स्थिति है जिसे माइक्रोमास्टिया कहते हैं, जो कई बार उनकी सेहत के लिए गंभीर समस्या भी हो सकती है। जानिए, अत्याधिक बड़े ब्रेस्ट की वजह से महिलाओं को सेहत से जुड़ी किन समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
बैक पेन
बड़े ब्रेस्ट की वजह से महिलाओं को रीढ़ की हड्डी पर अधिक दबाव पड़ता है इसलिए इससे उन्हें पीठ या कमर में दर्द की शिकायत अधिक होती है। कई बार इससे गर्दन, कंधे और पीठ में भी दर्द होता है।
नर्वस समस्याएं
ब्रेस्ट का असंतुलित आकार या बहुत अधिक बड़ा आकार न सिर्फ महिलाओं के पॉश्चर को प्रभावित करता है बल्कि उनके लिए नर्वस सिस्टम से जुड़ी समस्याओं की भी वजह हो सकता है। इसके लक्षण उनके बाजुओं और हथेलियों में लगातार रहने वाले दर्द और खिंचाव हो सकते हैं।
सांस लेने में दिक्कत
कई बार बहुत बड़े ब्रेस्ट के कारण महिलाओं के सीने पर अधिक भार पड़ता है जिससे उन्हें सांस लेने में दिक्कत, सीने में दर्द या सिर दर्द जैसी समस्याएं होती हैं। ऐसी स्थिति में डॉक्टरी परामर्श बहुत अधिक जरूरी है।
त्वचा संबंधी समस्याएं
बहुत अधिक बड़े आकार की वजह से महिलाओं को अक्सर टाइट ब्रा पहनने पड़ते हैं जिससे त्वचा पर रैशेज, खरोंच और निशान दैसी समस्याएं होती हैं।
लगातार टाइट ब्रा पहनने से त्वचा पर लगातार दबाव पड़ता है और त्वचा से जुड़ी समस्याओं को निमंत्रण मिलता है।
व्यक्तित्व संबंधी समस्याएं
बहुत अधिक बड़े ब्रेस्ट का संबंध न सिर्फ शारीरिक समस्याओं से है बल्कि यह मानसिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित करता है। बहुत अधिक बड़े वाली महिलाएं अक्सर अपने लुक्स को लेकर इतनी अतिसंवेदनशील होती हैं कि वे असुरक्षा और हीन भावना से ग्रसित हो जाती हैं। आगे चलकर यह स्थिति अवसाद में भी बदल सकती है।
बैक पेन
बड़े ब्रेस्ट की वजह से महिलाओं को रीढ़ की हड्डी पर अधिक दबाव पड़ता है इसलिए इससे उन्हें पीठ या कमर में दर्द की शिकायत अधिक होती है। कई बार इससे गर्दन, कंधे और पीठ में भी दर्द होता है।
नर्वस समस्याएं
ब्रेस्ट का असंतुलित आकार या बहुत अधिक बड़ा आकार न सिर्फ महिलाओं के पॉश्चर को प्रभावित करता है बल्कि उनके लिए नर्वस सिस्टम से जुड़ी समस्याओं की भी वजह हो सकता है। इसके लक्षण उनके बाजुओं और हथेलियों में लगातार रहने वाले दर्द और खिंचाव हो सकते हैं।
सांस लेने में दिक्कत
कई बार बहुत बड़े ब्रेस्ट के कारण महिलाओं के सीने पर अधिक भार पड़ता है जिससे उन्हें सांस लेने में दिक्कत, सीने में दर्द या सिर दर्द जैसी समस्याएं होती हैं। ऐसी स्थिति में डॉक्टरी परामर्श बहुत अधिक जरूरी है।
त्वचा संबंधी समस्याएं
बहुत अधिक बड़े आकार की वजह से महिलाओं को अक्सर टाइट ब्रा पहनने पड़ते हैं जिससे त्वचा पर रैशेज, खरोंच और निशान दैसी समस्याएं होती हैं।
लगातार टाइट ब्रा पहनने से त्वचा पर लगातार दबाव पड़ता है और त्वचा से जुड़ी समस्याओं को निमंत्रण मिलता है।
व्यक्तित्व संबंधी समस्याएं
बहुत अधिक बड़े ब्रेस्ट का संबंध न सिर्फ शारीरिक समस्याओं से है बल्कि यह मानसिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित करता है। बहुत अधिक बड़े वाली महिलाएं अक्सर अपने लुक्स को लेकर इतनी अतिसंवेदनशील होती हैं कि वे असुरक्षा और हीन भावना से ग्रसित हो जाती हैं। आगे चलकर यह स्थिति अवसाद में भी बदल सकती है।