विवादों को निपटाने की सरल एवं निष्पक्ष प्रक्रिया – श्रीमती पालो
शिवपुरी (IDS-PRO) मध्यस्थता विवादों को निपटाने की सरल एवं निष्पक्ष प्रक्रिया है। मध्यस्थता में सभी पक्ष अपनी इच्छा से सद्भावनापूर्ण वातावरण में विवाद का समाधान निकालते हैं। उक्त उद्गार आज जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्रीमती अंजुली पालो ने जिला अभिभाषक संघ कक्ष में आयोजित मध्यस्थता (मीडिएशन) जागरूकता शिविर में व्यक्त किए। शिविर में अपर जिला न्यायाधीश श्री आर. के. श्रीवास्तव, सी. जे. एम. श्रीमती प्रिया शर्मा, न्यायिक मजिस्ट्रेट श्रीमती नीलू संजीव श्रृंगऋषि, श्री हिमांशु कौशल, श्री मयंक मोदी, श्री नियामत हुसैन रजवी, श्री मुकेश गुप्ता, श्रीमती मिनी गुप्ता, श्रीमती शिखा अग्रवाल के साथ-साथ अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष श्री धर्मेन्द्र शर्मा जिला विधिक सहायता अधिकारी श्री प्रदीप सिंह ठाकुर, विधि विभाग के प्राध्यापक श्री के. एन. उपाध्याय एवं समस्त अधिवक्तागण सहित विधि विद्यालय के छात्रगण आदि उपस्थित थे।
जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने बताया कि मध्यस्थ अधिकारी दबावरहित वातावरण में विभिन्न पक्षों के विवादों का निपटारा कराता है। सभी पक्ष अपने हर मुद्दे को मध्यस्थ अधिकारी के समक्ष रख सकते हैं जिससे मध्यस्थ अधिकारी विवाद की जड़ तक पहुंचकर मध्यस्थता का रास्ता निकालता है। मध्यस्थता से निराकृत प्रकरणों में दोनों पक्षों में आपसी द्वेष खत्म हो जाता है।
सी.जे.एम. श्रीमती प्रिया शर्मा ने बताया कि मीडिएशन की कार्यवाही में सभी पक्षों के हितों को ध्यान में रखा जाता है तथा मीडिएशन की कार्यवाही को पूर्णतः गोपनीय रखा जाता है। शिविर में न्यायिक मजिस्ट्रेट श्रीमती नीलू संजीव श्रृंगऋषि द्वारा उपस्थित लोगों को बताया कि मीडिएशन में मध्यस्थ दबाव रहित वातावरण में विभिन्न पक्षों के विवादों का निपटारा कराता है। शिविर में अन्य न्यायिक मजिस्ट्रेट एवं वरिष्ठ अभिभाषकों द्वारा भी विचार व्यक्त किए गए। कार्यक्रम का संचालन जिला विधिक सहायता अधिकारी श्री प्रदीप सिंह ठाकुर द्वारा किया गया।