सिविल सर्जन डाॅ. गोविन्द सिंह द्वारा मदकपुरा निवासी महिलाओं को ओ.आर.एस. पैकेट द्वारा ओ.आर.एस. घोल बनाने का तरीका, दस्त रोग होने पर जिंक टेबलेट का प्रयोग करने की समझाइस दी गई।
जिला कार्यक्रम अधिकरी सुश्री ममता चतुर्वेदी ने कार्यक्रम में आदिवासी बस्ती की गर्भवती महिलाओं एवं अन्य महिलाओं को बताया गया कि 06 माह तक शिशु को केवल स्तनपान कराएं, छः माह उपरांत बच्चे की पोषण व आहार संबंधी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए पर्याप्त, सुरक्षित और समुचित अतिरिक्त खाद्य पदार्थ व तरल पदार्थों के साथ-साथ स्तनपान कराना चाहिए। दो वर्ष या उससे भी आगे स्तनपान जारी रखना चाहिए।
परियोजना अधिकारी श्रीमती नीलम पटेरिया द्वारा स्तनपान सप्ताह जो कि 1 अगस्त से 7 अगस्त 2015 तक विशेष तौर पर स्तनपान के सबंध में जागरूकता लाने के उददेश्य एवं आवश्यकता के बारे में महिलाओं को बताया गया। साथ ही खान-पान की आदतों के साथ हाथ धोना, साफ-सफाई, घर एवं वातावरण की स्वच्छता के बारे मे बताया।